हमे रोज अपने सकारात्मक विचारों वाले आत्म सुझाव (जैसा हम बनना चाहते हों ।
3.
तना व, क्रो ध, अवसाद में हम ध्यान के जरिए आत्म सुझाव द्वारा आनंद प्राप्त कर सकते हैं ।
4.
इसी प्रकार हम जो भी पाना या बनाना चाहते हें उसकी छवि मन में बनाते हें यह ही कल्पना होती हे, आत्म सुझाव ओर कल्पना एक साथ चलती हें।
5.
-उदरीय श्वसन-उससे जुड़े-5 चक्र श्वसन को महसुस करना-शिथिल होएं-आत्म सुझाव दे, श्वास लेते समय पूरा शरीर दीव्य ऊर्जा से ओतप्रोत हो गया है ।
6.
इस विधि को अपनाने वाली महिलायें सचेतन रहतीं हैं, निद्रा में नहीं, उनके कल्पना लोक में बच्चे को गले लगाकर थपथापाना सहज ही चला आता है, प्रसव के दौरान आत्म सुझाव के ज़रिए वे भीतर बाहर शांत रहने की कामयाब चेष्टा करतीं हैं.